नाम ठीक है कहानी | Name Is Ok Hindi Story

उत्तराखण्ड के पूर्वी जनपदों में एक बहुप्रचलित प्राचीन दन्तकथा आती है। जिसमें किसी नगर में दो पति-पत्नी निवास करते थे। पति नगर में कार्य करता तथा पत्नी घर की देखभाल करती थी अभी एक-दो वर्ष ही विवाह को हुए थे। पति का नाम ठेकुवा और पत्नी का नाम दमयन्ती था। पत्नी को हमेशा शिकायत रहती … Read more

माँ का आशीर्वाद कहानी | Mother Blessings Story Hindi

एक गाँव की बात है कि दो माँ बेटे एक छोटे से घर में रहते थे। उस लड़के के पिता का देहान्त बाल्याकाल की अवस्था में ही हो गया था। दोनों माता पुत्र एक साथ रहते माँ गाँव के छोटे-मोटे कामों को करती तथा उससे जो धन इकट्ठा होता उससे उन दानों का गुजारा चलता। … Read more

चुनाव आपके हाथ में है कहानी | Choice Is In Your Hands Hindi

प्राचीन दन्तकथाओं में एक कथा यह आती है किसी गाँव के किनारे एक टापू पर एक सन्यासी रहा करते थे। उनके बारे में यह कहा जाता था कि वह सब कुछ जानते और भविष्य के बारे में बताते हैं। तथा सभी गाँव वासी अपनी-अपनी समस्या लेकर उनके पास जाते रहते थे। सन्यासी भी उनकी समस्या … Read more

प्रकाश और अन्धकार की भेंट कहानी | Sun and Darkness Meeting Hindi

अंधकार का सूर्य से द्वेष एक बार अंधकार ने भगवान से प्रार्थना की महाराज, यह सूरज मेरे पीछे पड़ा हुआ है, मैं इसका बिगाड़ता भी कुछ नहीं हूं, पर जहां में बराबर जाता हूं, वहां यह पहुंच जाता है। और मुझे वहां से भाग जाना पड़ता है। वही पहुँच कर ये मुझे क्यों हैरान करता … Read more

मोह माया का प्रभाव कहानी | The Influence of Illusion Hindi

The Influence of Illusion (maya) Hindi: एक बार एक महात्मा ने जनक जी से पूछा – माया का क्या मतलब है ?  वह ज्ञानी थे । संत महात्मा जनक जी के साथ शास्रार्थ करने आते थे । जनक जी ने कहा “योग्य समय पर प्रश्न का उत्तर दूंगा” एक दिन दोनों स्नान कर रहे थे। … Read more

मनुष्य की खोपड़ी कभी नही भरती कहानी | Man’s Skull Never fill Up Hindi Story

एक व्यक्ति भीख मांग रहा था। अचानक वहां उसे नारद जी मिल गए। नारद जी कहीं जा रहे थे। भिखारी ने चरण स्पर्श किए और कहां मैं भीख मांग मांग कर थक गया हूं। कुछ कृपा करो ! नारद जी को दया आ गई। उन्होंने कुबेर पति को पत्र लिखा। की परम पूजनीय धन के … Read more

जीवन उपयोगी विचार | Life Useful Thought Hindi

संत समागम आजकल लोगों को या किसी को भी प्रत्येक वस्तु को ज्यादा कठिन करने में आनंद आता है। ज्यादा कठिन बनाओ तो लोग कहेंगे की बहुत ज्यादा विद्वान है । सिद्धांत में कुछ ना हो तो भी बहुत पंडित होते हैं। और कठिन से कठिन सिद्धांत को सरल बनाकर लोगों के हृदय में पहुंचाने … Read more

पतंजलि योग सूत्र में वर्णित चित्त की पंच वृत्तियाँ

चित्त की वृत्तियाँ क्या है महर्षि पतंजलि ने योग सूत्र के समाधि पाद के छठे सूत्र में पांच प्रकार की चित्त की वृत्तियाँ बताई है। जिनका निरोध एक योग साधक के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। जैसा कि उन्होंने दूसरे सूत्र में कहा है कि श्लोक – योगश्चितवृतिनिरोधः यानि चित की वृत्तियों का निरोध हो जाना … Read more

श्रीमद् भगवत गीता प्रथम अध्याय “अर्जुन का विषाद योग” अर्थ | Geeta First Chapter in Hindi

अर्जुन का मोह जब महाभारत का युद्ध शुरु होने वाला था तभी अर्जुन को अपने परिजनो से मोह हो जाता है और वह युद्ध करने से मना कर देता है भगवान श्रीकृष्ण तब अर्जुन को गीता का ज्ञान देते है है अर्जुन प्राणीमात्र अपने जीवन में दुःखो की निवृति तथा सुख की प्राप्ति चाहता है। … Read more

योग में वर्णित आसन, प्राणायाम, मुद्रा व बंध से सम्बंधित सम्पूर्ण ज्ञान व प्रभाव

वर्तमान युग में यदि आपको निरोगी शरीर चाहिये तो वह योग से ही सम्भव है। योग प्राचीन समय से ही हमारे साथ चलते आया है। लेकिन अपनी अचेतनता के कारण मानव समुदाय इससे दूर ही रहा। वर्तमान समय में मनुष्य की जीवन शैली मे हो रहे बदलाव के कारण यह उसके लिये अति आवश्यक हो … Read more